सुरललना-ततथेयि-तथेयि-तथाभिनयोदर-नृत्य-रतेहासविलास-हुलास-मयिप्रण-तार्तजनेमित-प्रेमभरे ।धिमिकिट-धिक्कट-धिक्कट-धिमिध्वनि-घोरमृदङ्ग-निनादरतेजय जय हे महिषासुर-मर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते ॥ ९ ॥